


उपदेशात्मक भाषण की कला में महारत हासिल करना: तकनीकें और उदाहरण
उपदेशात्मक (विशेषण) अर्थ:
1. किसी छिद्र से संबंधित या उसके समान; यानी, एक मार्ग जिसमें कोई व्यक्ति बड़े उत्साह या उग्रता के साथ बोलता है, अक्सर दूसरों को मनाने या समझाने के लिए।
2. भावपूर्ण या उत्साहपूर्ण भाषण या लेखन द्वारा विशेषता या दिया गया।
3। भावनात्मक या आलंकारिक भाषा का उपयोग मनाने या उपदेश देने के लिए किया जाता है।
संबोधक (संज्ञा) अर्थ:
1. भाषण या लिखित कार्य में एक अंश जिसमें अत्यधिक उत्साह या उग्रता होती है, अक्सर दूसरों को मनाने या मनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
2. एक उत्साहपूर्ण या भावनात्मक अपील, विशेष रूप से किसी भाषण या लिखित कार्य में की गई अपील।



