


कनुरी को समझना: सहेलियन भाषा का इतिहास, संस्कृति और महत्व
कनुरी अफ़्रीका के साहेल क्षेत्र, विशेषकर नाइजीरिया, चाड और कैमरून में बोली जाने वाली भाषा है। इसे कानेम्बु या कनिम्बी के नाम से भी जाना जाता है। यह भाषा कई जातीय समूहों द्वारा बोली जाती है, जिनमें कनुरी लोग भी शामिल हैं, जो मुख्य रूप से पूर्वोत्तर नाइजीरिया में बोर्नो राज्य में पाए जाते हैं। कनुरी अफ्रीकी-एशियाई भाषा परिवार की चाडिक शाखा का सदस्य है, जिसमें हौसा और फुलानी जैसी अन्य भाषाएं शामिल हैं। . यह अरबी लिपि का उपयोग करके लिखा गया है, और विभिन्न क्षेत्रों में बोली जाने वाली भाषा की कई बोलियाँ हैं। कनुरी की एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है और यह कनुरी लोगों के बीच संचार के लिए एक महत्वपूर्ण भाषा है। इसका उपयोग धार्मिक और औपचारिक संदर्भों में भी किया जाता है, और नाइजीरिया और अन्य देशों में जहां यह बोली जाती है, स्कूलों और विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाता है।



