


रिसोर्गिमेंटो: इतालवी एकीकरण और आधुनिकीकरण के लिए एक आंदोलन
रिसोर्गिमेंटो (इतालवी में "पुनरुत्थान" या "पुनरुद्धार") एक राजनीतिक और सामाजिक आंदोलन था जो 19वीं सदी के दौरान इटली में उभरा, जिसका उद्देश्य एक एकीकृत इतालवी राज्य बनाना था। इस आंदोलन ने 19वीं शताब्दी के मध्य में गति पकड़ी, और इसकी विशेषता विदेशी प्रभुत्व को खत्म करने और उदार सिद्धांतों के आधार पर एक आधुनिक, लोकतांत्रिक राज्य बनाने की इच्छा थी।
रिसोर्गिमेंटो प्रबुद्धता और फ्रांसीसी क्रांति के विचारों से प्रभावित था, और यह राष्ट्रवाद और देशभक्ति की एक मजबूत भावना से चिह्नित था। इस आंदोलन का नेतृत्व कई प्रमुख हस्तियों ने किया था, जिनमें ग्यूसेप माज़िनी, ग्यूसेप गैरीबाल्डी और काउंट कैमिलो डी कैवोर शामिल थे, जिन्होंने इतालवी एकीकरण के लिए संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। रिसोर्गिमेंटो अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल रहा, और 1861 में, किंगडम इटली की स्थापना हुई, जिसके पहले राजा विक्टर इमैनुएल द्वितीय थे। हालाँकि, इस आंदोलन के आलोचक भी थे, जिन्होंने तर्क दिया कि यह सैन्य विजय पर बहुत अधिक केंद्रित था और सामाजिक सुधार पर पर्याप्त नहीं था। फिर भी, रिसोर्गिमेंटो इतालवी इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय बना हुआ है, और इसे आज भी विद्वानों और इतिहासकारों द्वारा मनाया और अध्ययन किया जाता है।



