


वालोज़ को समझना: प्रकार, गठन और उदाहरण
"वालोज़" एक संज्ञा है जो जमीन या सतह में खोखले या अवसाद को संदर्भित करती है, अक्सर वह जो प्राकृतिक रूप से बनता है या मानव गतिविधि द्वारा निर्मित होता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के अवसादों का वर्णन करने के लिए किया जा सकता है, जिनमें पृथ्वी की सतह, चट्टानों या अन्य सामग्रियों में पाए जाने वाले अवसाद भी शामिल हैं।
दीवारों के कुछ सामान्य उदाहरणों में शामिल हैं:
1. जमीन में खोखले: ये कटाव, अपक्षय या अन्य प्राकृतिक प्रक्रियाओं से बन सकते हैं और इनका आकार छोटे गड्ढों से लेकर बड़ी घाटियों तक हो सकता है।
2. रॉक बेसिन: ये चट्टान संरचनाओं में अवसाद हैं जो अक्सर समय के साथ कटाव या अपक्षय द्वारा बनते हैं।
3. सिंकहोल्स: ये जमीन में अचानक हुए गड्ढे हैं जो विभिन्न कारकों के कारण हो सकते हैं, जिनमें भूमिगत जल द्वारा मिट्टी और चट्टान को घोलना, या भूमिगत गुफाओं का ढहना शामिल है।
4। सूखी नदी तल: ये वे क्षेत्र हैं जहां पहले कोई नदी या जलधारा बहती थी, लेकिन उसके बाद सूख गई है या किसी अन्य धारा की ओर मुड़ गई है।
5. नालियां: ये जमीन में छोटे, संकीर्ण गड्ढे हैं जो अक्सर बहते पानी या अन्य कटावकारी ताकतों द्वारा बनते हैं। कुल मिलाकर, "दीवार" शब्द का उपयोग किसी भी प्रकार के अवसाद या खोखले का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो जमीन में या सतह पर बनता है। , और विभिन्न प्रकार की भूवैज्ञानिक विशेषताओं का वर्णन करने के लिए विभिन्न संदर्भों में इसका उपयोग किया जा सकता है।



