


सदलमेलिक का अनावरण: उर्वरता और जीवन का प्राचीन मेसोपोटामिया ग्रह
सैडलमेलिक (जिसे शनि के नाम से भी जाना जाता है) प्राचीन मेसोपोटामिया खगोल विज्ञान में एक ग्रह का नाम है। इसे सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बृहस्पति, शुक्र और बुध के साथ सात दृश्यमान खगोलीय पिंडों में से एक माना जाता था। "सैडलमेलिक" नाम अक्काडियन भाषा से लिया गया है और इसका अर्थ है "मेलिक का तारा", जहां मेलिक शनि ग्रह से जुड़े देवता हैं। प्राचीन मेसोपोटामिया ज्योतिष में, सैडलमेलिक का मानव मामलों पर महत्वपूर्ण प्रभाव माना जाता था, विशेष रूप से कृषि, उर्वरता और जीवन और मृत्यु के चक्र के मामले। यह भगवान निनुरता से भी जुड़ा था, जो एक शक्तिशाली योद्धा और देवताओं के रक्षक के रूप में पूजनीय थे। सदलमेलिक और अन्य खगोलीय पिंडों की पूजा प्राचीन मेसोपोटामिया धर्म और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी, और इसने इसे आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों की मान्यताएँ और प्रथाएँ।



