


सहजीवी संबंधों को समझना: प्रकार और उदाहरण
सहजीवी दो अलग-अलग प्रजातियों के बीच एक प्रकार का पारस्परिक संबंध है, जहां एक प्रजाति, सहजीवन, दूसरी प्रजाति, मेजबान के साथ निकट संबंध में रहती है। सहजीवन अक्सर रिश्ते से लाभ प्राप्त करता है, जैसे सुरक्षा, पोषक तत्व, या आश्रय, जबकि मेज़बान को सहजीवन की उपस्थिति से लाभ हो सकता है, जैसे कि बेहतर पोषण या रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि।
कई अलग-अलग प्रकार के सहजीवी संबंध हैं, जिनमें शामिल हैं:
1 . पारस्परिकता: रिश्ते से दोनों प्रजातियों को लाभ होता है।
2. सहभोजिता: एक प्रजाति को लाभ होता है और दूसरी प्रभावित नहीं होती है।
3. परजीविता: एक प्रजाति को लाभ होता है और दूसरे को हानि होती है।
4. एंडोसिम्बायोसिस: एक प्रजाति दूसरी प्रजाति के शरीर के भीतर रहती है।
5. एक्टोसिम्बायोसिस: एक प्रजाति दूसरी प्रजाति की सतह पर रहती है। सहजीवी संबंधों के उदाहरणों में शामिल हैं:
1। क्लाउनफ़िश और समुद्री एनीमोन: क्लाउनफ़िश शिकारियों से सुरक्षा प्राप्त करती है और समुद्री एनीमोन मछली के अपशिष्ट से पोषक तत्व प्राप्त करती है।
2. मूंगा और शैवाल: मूंगा पॉलीप्स शैवाल से पोषक तत्व प्राप्त करते हैं, जबकि शैवाल मूंगा से सुरक्षा प्राप्त करते हैं।
3. मधुमक्खियाँ और फूल: मधुमक्खियाँ फूलों से रस एकत्र करती हैं, जिससे उन्हें ऊर्जा मिलती है और फूलों को परागण प्राप्त होता है।
4. मनुष्य और आंत बैक्टीरिया: मानव शरीर को आंत बैक्टीरिया की उपस्थिति से लाभ होता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है।
5. लाइकेन: कवक और शैवाल के बीच एक सहजीवी संबंध, जहां कवक संरचना प्रदान करता है और शैवाल पोषक तत्व प्रदान करता है।



