


स्टॉकडेस का इतिहास और उद्देश्य: एक सरल लेकिन प्रभावी किलेबंदी
स्टॉकडे एक प्रकार का किलाबंदी या लकड़ी के तख्तों या बाड़ से बना घेरा है, जिसका उपयोग किसी विशिष्ट क्षेत्र या लोगों के समूह की सुरक्षा के लिए किया जाता है। यह आम तौर पर एक खाई से घिरा होता है और इसका उपयोग सैन्य रक्षा के साथ-साथ किसी बस्ती या अन्य प्रकार के प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए किया जा सकता है।
शब्द "स्टॉकडे" डच शब्द "स्टॉकडे" से आया है, जिसका अर्थ है "मजबूत अवरोध।" स्टॉकडेस का उपयोग आमतौर पर 17वीं और 18वीं शताब्दी में औपनिवेशिक बस्तियों और किलेबंदी की रक्षा के लिए किया जाता था, खासकर उत्तरी अमेरिका और कैरेबियन में। इनका उपयोग मूल अमेरिकी जनजातियों द्वारा अपने गांवों और शिकार के मैदानों की रक्षा के लिए भी किया जाता था। एक भंडार लकड़ी, तख्त और बाड़ सहित विभिन्न सामग्रियों से बनाया जा सकता है। इसका निर्माण आम तौर पर ऊर्ध्वाधर लकड़ी की एक या दोहरी पंक्ति के साथ किया जाता है, जिसमें अतिरिक्त मजबूती और सुरक्षा के लिए क्षैतिज लकड़ी या बाड़ की अतिरिक्त परतें जोड़ी जाती हैं। स्टॉकडे को खाई या खंदक से घेरा जा सकता है जिससे हमलावरों के लिए वहां तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। कुल मिलाकर, स्टॉकडे एक सरल लेकिन प्रभावी प्रकार की किलेबंदी है जिसका उपयोग पूरे इतिहास में लोगों और संपत्तियों को दुश्मन के हमलों से बचाने के लिए किया जाता रहा है।



