


अतिप्रतिबद्धता पर काबू पाना: अपने कार्यभार को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की रणनीतियाँ
अतिप्रतिबद्धता तब होती है जब कोई व्यक्ति या संगठन वास्तविक रूप से संभालने की तुलना में अधिक ज़िम्मेदारियाँ, कार्य या परियोजनाएँ लेता है। इससे ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है जहां व्यक्ति या संगठन अभिभूत हो जाता है और अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में असमर्थ हो जाता है, जिससे समय सीमा चूक जाती है, खराब प्रदर्शन होता है और थकान हो जाती है।



