


कर्लिंग की मूल बातें समझना: बर्फ पर एक रणनीतिक खेल
कर्लिंग एक ऐसा खेल है जिसमें चार-चार खिलाड़ियों की दो टीमें बर्फ की चादर पर पत्थर रखकर एक लक्ष्य की ओर जाती हैं जिसे "घर" कहा जाता है। यह कटोरे से संबंधित है और इसमें शामिल रणनीतिक सोच के कारण इसे अक्सर "बर्फ पर शतरंज" के रूप में वर्णित किया जाता है। यह खेल सदियों से खेला जाता रहा है, इसकी शुरुआत स्कॉटलैंड में हुई और अब यह शीतकालीन ओलंपिक सहित दुनिया भर में खेला जाता है। खेल का उद्देश्य अपनी टीम के पत्थरों को अपने प्रतिद्वंद्वी के पत्थरों की तुलना में घर के केंद्र के करीब लाकर अंक अर्जित करना है। प्रत्येक टीम बारी-बारी से फिसलने वाले पत्थरों का उपयोग करती है, जिसमें पहला पत्थर एक टीम के नेतृत्वकर्ता (वह खिलाड़ी जो अपनी टीम के लिए पहला पत्थर फेंकता है) द्वारा फेंका जाता है और दूसरा पत्थर विरोधी टीम के नेतृत्वकर्ता द्वारा फेंका जाता है। टीमें तब तक बारी-बारी से पत्थर फेंकती रहती हैं जब तक कि सभी चार खिलाड़ी दो-दो पत्थर नहीं फेंक देते। खेल के अंत में सबसे अधिक अंक वाली टीम खेल जीतती है, जो आम तौर पर आठ छोर (राउंड) होते हैं। अंक तब मिलते हैं जब किसी टीम का पत्थर उनके प्रतिद्वंद्वी के निकटतम पत्थर की तुलना में घर के केंद्र के करीब होता है। हथौड़े (अंतिम पत्थर फेंकने वाली) वाली टीम को बर्फ पर पत्थरों की स्थिति को नियंत्रित करने का लाभ होता है और वे इसका उपयोग अंक हासिल करने के लिए अपने लाभ के लिए कर सकते हैं। कर्लिंग एक ऐसा खेल है जिसमें कौशल, रणनीति और टीम वर्क की आवश्यकता होती है, और यह है दुनिया भर में सभी उम्र और क्षमताओं के लोगों ने इसका आनंद लिया।



