


कैराकल्ला: एक रोमन सम्राट का सैन्य अभियानों और महत्वपूर्ण नीतियों का शासनकाल
कैराकल्ला, जिसे एंटोनिनस II के नाम से भी जाना जाता है, एक रोमन सम्राट था जिसने 211 से 217 ईस्वी तक शासन किया था। उनका जन्म 4 अप्रैल, 208 ईस्वी को लुगडुनम, गॉल (वर्तमान ल्योन, फ्रांस) में हुआ था और उनकी मृत्यु 8 मार्च, 217 ईस्वी को निकोमीडिया, बिथिनिया (वर्तमान इज़मित, तुर्की) में हुई थी। कैराकल्ला सेप्टिमियस सेवेरस का सबसे बड़ा पुत्र था। , एक रोमन जनरल जो 193 ई. में सम्राट बना। उनका पालन-पोषण उनके पिता के दरबार में हुआ और उन्होंने ग्रीक और रोमन साहित्य, दर्शन और अलंकार में गहन शिक्षा प्राप्त की। 211 ई. में अपने पिता की मृत्यु के बाद, कैराकल्ला 23 वर्ष की आयु में उनके उत्तराधिकारी बने।
अपने शासनकाल के दौरान, कैराकल्ला को कई महत्वपूर्ण घटनाओं और नीतियों के लिए जाना जाता है:
1. कैराकल्ला का आदेश: 212 ईस्वी में, कैराकल्ला ने साम्राज्य के सभी स्वतंत्र निवासियों को रोमन नागरिकता देने का एक आदेश जारी किया, जो पहले रोम या इटली में पैदा हुए लोगों तक सीमित था। इस आदेश के दूरगामी परिणाम हुए, क्योंकि इसने पूरे साम्राज्य में लाखों लोगों को कानूनी अधिकार और सुरक्षा प्रदान की।
2. सैन्य अभियान: कैराकल्ला ने अपने शासनकाल का अधिकांश समय सैन्य अभियानों में बिताया, जिसमें 213 ईस्वी में पार्थियन साम्राज्य के खिलाफ एक अभियान और 214 ईस्वी में जर्मनिक जनजातियों के खिलाफ एक अभियान शामिल था। उन्होंने डेन्यूब सीमा पर गोथ और अन्य जंगली जनजातियों के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी।
3. भवन निर्माण परियोजनाएँ: कैराकल्ला ने कई भवन निर्माण परियोजनाएँ शुरू कीं, जिनमें रोम में कैराकल्ला के स्नानघर भी शामिल हैं, जो 216 ईस्वी में पूरे हुए और शहर के सबसे बड़े और सबसे प्रभावशाली सार्वजनिक स्नानघरों में से एक बन गए।
4. धार्मिक नीतियां: कैराकल्ला अपनी धार्मिक सहिष्णुता के लिए जाना जाता था और अन्य सम्राटों के अधीन पिछले उत्पीड़न के बावजूद, ईसाइयों को खुले तौर पर अपने विश्वास का अभ्यास करने की अनुमति देता था। उन्होंने पूरे साम्राज्य में विभिन्न देवी-देवताओं के मंदिर और मंदिर भी बनवाए।
5. हत्या: 8 मार्च, 217 ई. को कैराकल्ला की हत्या कर दी गई, जब वह पार्थियन साम्राज्य के खिलाफ युद्ध में जाने की तैयारी कर रहा था। उनकी मृत्यु से सेवरन राजवंश का अंत हो गया और रोमन साम्राज्य में राजनीतिक अस्थिरता का दौर शुरू हो गया।



