


ग्रीनलैंडाइट: अद्वितीय गुणों और रत्न क्षमता वाला दुर्लभ खनिज
ग्रीनलैंडाइट एक दुर्लभ खनिज है, जिसका रासायनिक सूत्र Ca2(Al,Si)6O12(OH)2 है। इसकी खोज 1950 में ग्रीनलैंड में की गई थी और इसका नाम इसके मूल स्थान के नाम पर रखा गया है। यह खनिजों के क्वार्ट्ज समूह का सदस्य है और इसमें हेक्सागोनल क्रिस्टल संरचना होती है। ग्रीनलैंडाइट हाइड्रोथर्मल रूप से परिवर्तित चट्टानों में पाया जाता है, विशेष रूप से पेगमाटाइट्स में, और अक्सर पुखराज और बेरिल जैसे अन्य दुर्लभ खनिजों से जुड़ा होता है। यह आम तौर पर रंगहीन या सफेद होता है, लेकिन अशुद्धियों के कारण पीले या नारंगी रंग में भी पाया जा सकता है। ग्रीनलैंडाइट में उच्च अपवर्तक सूचकांक होता है और इसका उपयोग रत्न के रूप में किया जाता है, हालांकि यह खनिज संग्रह क्षेत्रों के बाहर अच्छी तरह से ज्ञात नहीं है। यह अपनी अनूठी क्रिस्टल संरचना और गुणों के कारण वैज्ञानिकों के लिए भी दिलचस्प है, और उन्नत सिरेमिक और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी नई प्रौद्योगिकियों के विकास में इसके संभावित अनुप्रयोग हैं।



