


चेका: पहला सोवियत गुप्त पुलिस संगठन
चेका (रूसी: ЧК, Чrezvyetkina Komissiya के प्रारंभिक अक्षर, जिसका अर्थ है अखिल रूसी असाधारण आयोग) पहला सोवियत गुप्त पुलिस संगठन था। इसकी स्थापना दिसंबर 1917 में रूसी गृहयुद्ध के दौरान व्लादिमीर लेनिन और लियोन ट्रॉट्स्की के आदेश से की गई थी। चेका प्रति-क्रांतिकारी गतिविधियों को दबाने, तोड़फोड़ के खिलाफ लड़ने और नई कम्युनिस्ट सरकार के प्रति आबादी की वफादारी सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार था। चेका का नेतृत्व फेलिक्स डेज़रज़िन्स्की ने किया था, जिन्हें 1918 में इंटीरियर के कमिश्नर के रूप में नियुक्त किया गया था। यह अपनी क्रूर रणनीति के लिए जाना जाता था, जिसमें संक्षिप्त निष्पादन, जबरन श्रम शिविर और सामूहिक गिरफ्तारियां शामिल थीं। चेका ने रेड टेरर में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो राज्य के कथित दुश्मनों के खिलाफ हिंसा और धमकी का अभियान था, जो 1918 से 1922 तक चला। गोसुडार्स्टवेनॉय प्रोवेस्चेनिया यूक्रेनी, जिसका अर्थ है अखिल-समाज राज्य सुरक्षा संगठन), जो 1934 तक सोवियत संघ की गुप्त पुलिस के रूप में काम करता रहा। ओजीपीयू राजनीतिक असंतोष की जांच करने और उसे दबाने के साथ-साथ सोवियत संघ में व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखने के लिए जिम्मेदार था।
कुल मिलाकर चेका ने रूस में कम्युनिस्ट शासन के प्रारंभिक वर्षों के दौरान सोवियत शासन को स्थापित करने और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसकी क्रूर रणनीति और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हिंसा का उपयोग करने की इच्छा ने जनसंख्या पर नियंत्रण बनाए रखने और नई सरकार के विरोध को दबाने में मदद की।



