


ठोकर को समझना: गलतियाँ, असफलताएँ, और बाधाओं से लड़खड़ाना
ठोकर लगने का तात्पर्य ठोकर लगने या गिरने की क्रिया से है, जो अक्सर किसी बाधा या संतुलन की कमी के कारण होता है। इसका उपयोग किसी की प्रगति या यात्रा में गलतियों या असफलताओं का वर्णन करने के लिए रूपक के रूप में भी किया जा सकता है।
उदाहरण वाक्य:
1. वह अपने ही पैरों से लड़खड़ा गई और जमीन पर गिर पड़ी।
2. कंपनी विकास के शुरुआती चरणों में लड़खड़ा गई, लेकिन अंततः उसे सफलता मिली।
3. उसने अपनी गलती के लिए माफ़ी मांगने की एक लड़खड़ाती कोशिश की।
समानार्थक शब्द: यात्रा, गिरना, गिरना, लड़खड़ाना, लड़खड़ाना।
विलोम: चलना, दौड़ना, सुचारू रूप से चलना, सफल होना, प्रगति करना।



