


पोलाबियन की भूली हुई भाषा: एक मध्यकालीन स्लाव भाषा के इतिहास और विरासत को उजागर करना
पोलाबियन एक स्लाव भाषा है जो आधुनिक जर्मनी और पोलैंड के क्षेत्र में, विशेष रूप से मैक्लेनबर्ग और पोमेरानिया के क्षेत्र में बोली जाती थी। यह 8वीं और 13वीं शताब्दी के बीच इन क्षेत्रों में रहने वाली स्लाव आबादी द्वारा बोली जाती थी।
"पोलाबियन" नाम लैटिन शब्द "पोलाबिया" से आया है, जो एल्बे नदी के किनारे रहने वाले स्लावों द्वारा बसाई गई भूमि को संदर्भित करता है। भाषा को "स्लोविन्सियन" या "स्लोविन्ज़ियन" के रूप में भी जाना जाता है। पोलाबियन एक पश्चिमी स्लाव भाषा थी, जो चेक, स्लोवाक और पोलिश जैसी अन्य भाषाओं से निकटता से संबंधित थी। इस क्षेत्र में बोली जाने वाली जर्मनिक भाषाओं, विशेष रूप से लो जर्मन और मेक्लेनबर्गिस्च के विकास पर इसका महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। हालांकि पोलाबियन आज नहीं बोली जाती है, लेकिन इसने क्षेत्र की सांस्कृतिक और भाषाई विरासत में एक स्थायी विरासत छोड़ी है। जर्मनी और पोलैंड में कई स्थानों के नाम और उपनामों की जड़ें स्लाव हैं, और जर्मन और पोलिश की कुछ बोलियाँ अभी भी पोलाबियन के शब्दों और वाक्यांशों को बरकरार रखती हैं।



