


बेसिनेट: सुरक्षा और गतिशीलता के लिए एक मध्यकालीन हेलमेट
बेसिनेट एक प्रकार का हेलमेट है जो मध्य युग के दौरान शूरवीरों और अन्य सैनिकों द्वारा पहना जाता था। इसे सिर और गर्दन को वार से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया था और यह आमतौर पर धातु या चमड़े से बना होता था। बेसिनेट को गैम्बेसन के शीर्ष पर पहना जाता था, जो एक गद्देदार जैकेट या अंगरखा था। बेसिनेट को 14 वीं शताब्दी में पहले के प्रकार के हेलमेट, जैसे कि महान हेल्म और सैलेट में सुधार के रूप में विकसित किया गया था। यह पहले के हेलमेटों की तुलना में हल्का और अधिक लचीला था, जिससे शूरवीरों के लिए इसे पहनते समय अपना सिर हिलाना और अपने आस-पास का दृश्य देखना आसान हो जाता था। बेसिनेट ने गर्दन और जबड़े के क्षेत्र को भी बेहतर सुरक्षा प्रदान की, जो युद्ध में चोट लगने के प्रति संवेदनशील थे। बेसिनेट को पैदल सैनिकों और घुड़सवारों दोनों द्वारा पहना जाता था, और यह 15 वीं शताब्दी के दौरान हेडगियर का एक लोकप्रिय रूप बना रहा। अंततः इसे पुनर्जागरण काल के अधिक विस्तृत और अलंकृत हेलमेटों द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया गया, लेकिन यह मध्ययुगीन युद्ध के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है।



