


भारतीय संस्कृति और शादियों में गेंदे का महत्व
गेंदा एक प्रकार का फूल है जो आमतौर पर भारतीय शादियों में इस्तेमाल किया जाता है। यह एक चमकीला पीला या नारंगी फूल है जिसे अक्सर सजावट के रूप में या दुल्हन के गुलदस्ते के हिस्से के रूप में उपयोग किया जाता है। हिंदू परंपरा में, गेंदे को पवित्र माना जाता है और अक्सर धार्मिक समारोहों और अनुष्ठानों में इसका उपयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि वे सौभाग्य और समृद्धि लाते हैं, और अक्सर शादी की वेदी या मंडप को सजाने के लिए उपयोग किया जाता है। मैरीगोल्ड को हिंदी में "गेंदा" और बंगाली में "टेप पत्ता" के रूप में भी जाना जाता है। यह भारत में एक लोकप्रिय फूल है और बाजारों और बगीचों में व्यापक रूप से उपलब्ध है। फूल का उपयोग पारंपरिक भारतीय चिकित्सा में भी किया जाता है, जिसे आयुर्वेद के रूप में जाना जाता है, और माना जाता है कि इसमें उपचार गुण होते हैं। शादियों और धार्मिक समारोहों में इसके उपयोग के अलावा, गेंदे का उपयोग भारतीय त्योहारों और समारोहों में भी किया जाता है। इसका उपयोग अक्सर रोशनी के हिंदू त्योहार दिवाली के दौरान घरों और सड़कों को सजाने के लिए किया जाता है, और अन्य विशेष अवसरों के लिए मालाओं और गुलदस्ते में भी इसका उपयोग किया जाता है।
कुल मिलाकर, गेंदा भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसकी सुंदरता, सुगंध के लिए अत्यधिक मूल्यवान है , और प्रतीकवाद।



