


अनाज के पौष्टिक लाभ: प्रकार, वर्गीकरण और स्वस्थ आहार समावेश
अनाज पोएसी (घास) परिवार के पौधों के खाने योग्य बीज हैं, जिनमें गेहूं, जई, चावल, जौ और राई शामिल हैं। इन बीजों को आटा, भोजन या अन्य अनाज-आधारित खाद्य उत्पाद बनाने के लिए काटा और संसाधित किया जाता है। अनाज पोषक तत्वों का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज शामिल हैं।
अनाज को उनकी विशेषताओं के आधार पर कई प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जैसे:
1. अनाज: ये सबसे आम प्रकार के अनाज हैं, जिनमें गेहूं, जई, जौ, राई और मक्का (मक्का) शामिल हैं।
2. छद्म अनाज: ये ऐसे अनाज हैं जो असली अनाज नहीं हैं लेकिन इनमें समान गुण होते हैं, जैसे कि एक प्रकार का अनाज, ऐमारैंथ और क्विनोआ।
3। फलियां: ये ऐसे अनाज हैं जिनमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जैसे दाल, छोले और मटर।
4. कंद: ये भूमिगत स्टार्च भंडारण अंग हैं, जैसे आलू और शकरकंद।
5. बल्ब: ये भूमिगत भंडारण अंग हैं, जैसे प्याज और लहसुन। अनाज स्वस्थ आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका सेवन विभिन्न रूपों में किया जा सकता है, जिसमें साबुत अनाज, परिष्कृत अनाज और अंकुरित अनाज शामिल हैं। साबुत अनाज में अनाज की गिरी के तीनों भाग (चोकर, रोगाणु और भ्रूणपोष) होते हैं, जबकि परिष्कृत अनाज को चोकर और रोगाणु को हटाने के लिए संसाधित किया गया है, जिससे केवल स्टार्चयुक्त भ्रूणपोष बचता है। अंकुरित अनाज वे अनाज होते हैं जिन्हें अंकुरित होने दिया जाता है, जिससे उनका पोषण मूल्य और पाचन क्षमता बढ़ जाती है।



