


आत्म-सांत्वना को समझना: नकारात्मक भावनाओं से निपटने के लिए एक रक्षा तंत्र
आत्म-सांत्वना एक मनोवैज्ञानिक रक्षा तंत्र है जिसमें एक व्यक्ति खुद को आश्वस्त करके खुद को सांत्वना देना चाहता है कि उसकी नकारात्मक भावनाएं, विचार या अनुभव उतने बुरे नहीं हैं जितने वास्तव में हैं। इसमें किसी स्थिति की गंभीरता को कम करके आंकना, नकारात्मक भावनाओं के अस्तित्व को नकारना, या उन भावनाओं के कारणों को तर्कसंगत बनाना शामिल हो सकता है। आत्म-सांत्वना कठिन भावनाओं से निपटने का एक तरीका हो सकता है, लेकिन यह व्यक्तियों को उन अंतर्निहित मुद्दों का सामना करने और उनसे निपटने से भी रोक सकता है जो उनके संकट का कारण बन रहे हैं।



