


तंदूरी पाक कला को समझना - एक पारंपरिक भारतीय तकनीक
तंदूरी एक खाना पकाने की तकनीक है जिसकी उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीप, विशेष रूप से भारत और पाकिस्तान में हुई थी। इसमें मांस, आमतौर पर चिकन या मेमने को मिट्टी के तंदूर जिसे तंदूर कहा जाता है, में पकाना शामिल है। तंदूर में पकाने और भूनने से पहले मांस को मसालों और दही के मिश्रण में मैरीनेट किया जाता है। तंदूर को चारकोल या लकड़ी से गर्म किया जाता है, और मांस को उच्च तापमान पर पकाया जाता है, जो इसे एक कुरकुरा बाहरी भाग और एक कोमल आंतरिक भाग देता है। तंदूरी व्यंजन अक्सर बासमती चावल और नान ब्रेड के साथ परोसे जाते हैं। तंदूरी चिकन इस तकनीक से आने वाले सबसे लोकप्रिय व्यंजनों में से एक है, लेकिन अन्य मांस जैसे मेमना, बीफ और मछली को भी तंदूर में पकाया जा सकता है। यह तकनीक दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल गई है, और आप संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम सहित कई देशों में तंदूरी रेस्तरां पा सकते हैं। "तंदूरी" शब्द हिंदी और उर्दू शब्द "तंदूर" से आया है जिसका अर्थ है मिट्टी ओवन, और "कारी" का अर्थ है खाना पकाना। तो, तंदूरी खाना पकाने का तात्पर्य तंदूर में खाना पकाने की क्रिया से है। यह तकनीक सदियों से चली आ रही है, और यह दक्षिण एशियाई व्यंजनों और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।



